लोकसभा में गुरुवार को बजट सत्र का दसवां दिन था। बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह सरकार हम दो, हमारे दो के लिए काम करती है। किसी सदस्य के इन दो के नाम पूछने पर राहुल गांधी ने कहा कि नाम सब लोग जानते हैं। राहुल गांधी ने अपने भाषण में सरकार पर अपने कुछ मित्रों को मदद करने के लिए नए कृषि कानून बनाने का आरोप लगाया। राहुल गांधी के हम दो, हमारे दो कहते ही सदन में बीजेपी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने नोटबंदी का भी जिक्र करते हुए हम दो, हमारे दो की बात दोहराई। राहुल ने अपने करीब 20 मिनट के भाषण में कई बार हम दो-हमारे दो की बात सदन में दोहराई।
संसदीय कार्य मंत्री ने किया विरोध
लोकसभा में शुरुआती कामकाज के बाद बजट 2021 पर चर्चा आगे बढ़ाई जानी थी और आज सबसे पहला नंबर था केरल के वायनाड से कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी का। राहुल गांधी बोलने को खड़े हुए और किसान कानूनों से अपनी बात शुरू की। उन्होंने कहा कि कल पीएम ने विपक्ष पर आरोप लगाया था कि वह किसान कानूनों के कंटेंट के बारे में बात नहीं कर रहा। मैं आज इन तीन कानूनों के इंटेंट (मकसद) और कंटेंट (प्रावधानों) पर बात करूंगा। राहुल के इतना कहते ही सत्ता पक्ष के सांसदों ने शोरशराबा शुरू कर दिया और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी कहा कि चर्चा बजट पर हो रही है, इसलिए किसान कानूनों पर बोलना सही नहीं है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी नियम पुस्तिका से एक नियम के बारे में स्पीकर को बताया जिसके जवाब में कांग्रेस के नेता लोकसभा अधीर रंजन चौधरी ने भी एक नियम की बात की।
तीनों नए कानूनों पर बोले राहुल
लोकसभा स्पीकर ने भी राहुल गांधी से कई बार कहा कि चर्चा बजट पर है इसलिए आप बजट पर ही बोलिए, लेकिन राहुल ने किसान कानूनों पर बोलना जारी रखा। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी में 4-5 पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाया। नोटबंदी, जीएसटी और कोरोना महामारी में लोगों की परेशानी को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता ने तीन कृषि कानूनों के कंटेंट और इंटेंट के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि पहले कानून का कंटेंट यह है कि कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी कितना भी फल या अनाज खरीद सकता है। अगर देश में अनलिमिटेड खरीदी होगी तो मंडी में कौन जाएगा। दूसरे कानून के कंटेंट पर राहुल गांधी ने कहा कि एसेंशियल कमोडिटी एक्ट को खत्म करना और जमाखोरी को अनलिमिटेड तरीके से चालू रखना दूसरे कानून का कंटेंट है। राहुल ने कहा कि तीसरे कानून का कंटेंट यह है कि जब एक किसान बड़े उद्योगपति के पास जाकर सब्जी- फलों के लिए सही दाम मांगें तो उसे अदालत नहीं जाने दिया जाएगा।
विपक्ष ने रखा मृत किसानों के लिए मौन
राहुल गांधी के भाषण के दौरान लगातार बीजेपी के सांसद शोर करते रहे और स्पीकर को कई बार उन्हें शांत कराना पड़ा। कुछ देर के लिए तो राहुल गांधी को शांत होकर बैठ जाना पड़ा। राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि सदन में किसान आंदोलन के दौरान मृत किसानों को श्रद्धांजलि नहीं दी गई है। उन्होंने विपक्ष के सांसदों से कहा कि दो मिनट खड़े होकर मृतक किसानों की आत्मा के लिए शांति की प्रार्थना करें। इस पर विपक्ष के सांसद खड़े हो गए। खुद राहुल गांधी भी आंखें बंद कर मौन खड़े रहे। हालांकि सत्ता पक्ष की तरफ से शोर होता रहा। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन के संचालन के लिए आप सबने मुझे चुना है, इसलिए सदन को चलाने की जिम्मेदारी मुझे ही निभाने दें। अगर आप कुछ करना चाहते हैं, तो सदन में इसका प्रस्ताव रखें। मैं उस पर विचार करूंगा। बार-बार बजट पर बोलने के लिए कहे जाने पर राहुल गांधी ने पहले तो कहा कि वह पांच मिनट बाद बजट पर भी बोलेंगे, लेकिन किसानों पर अपनी बात कह लेने के बाद उन्होंने अपनी बात समाप्त कर दी और सदन से चले गए।