किसानों ने नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। पंजाब के 30 किसान संगठनों ने दिल्ली में महाधरने का ऐलान कर दिया है। किसानों के दिल्ली कूच के बाद दिल्ली अलर्ट पर है। देश के अलग-अलग हिस्सों से किसानों को समर्थन मिल रहा है। बंगाल के किसान भी कृषि बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब सीमा पर किसानों पर एक्शन लिया जा रहा है। अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस का टकराव हुआ है। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
केजरीवाल ने किया समर्थन
किसानों के कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्विटर पर ट्वीट किया कि केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाए किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन से रोका जा रहा है। किसानों के ऊपर वाटर कैनन चलाई जा रही है। किसानों के ऊपर जुल्म हो रहा है जो कि सरासर गलत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना उनका अधिकार है।
आपको बता दें कि मोदी सरकार और किसानों के बीच कृषि बिल को लेकर टकराव काफी समय से बना हुआ है। पंजाब-हरियाणा-उत्तर प्रदेश-पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के किसान केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं तो वहीं मोदी सरकार इन कानूनों को किसानों के लिए कल्याणकारी बता रही है। विपक्ष ने भी किसानों को अपना समर्थन दे दिया है।