बीएसपी सांसद मलूक सिंह लोकसभा में अटेंडेंस के मामले में काफी अच्छे हैं। पार्लियामेंट्री बिजनेस की रिसर्च के मुताबिक सांसद जी 100 सिटिंग्स में से 95 दिन मौजूद रहे हैं। यानी मलूक नागर सदन में 95 प्रतिशत उपस्थित रहे हैं। सदन में सवाल पूछने की बात की जाए तो बीएसपी सांसद केवल 62 सवाल ही पूछ पाए हैं। हालांकि, उनके पास 420 मौके रहे हैं, इस मामले में वे 106वीं रैंक पर हैं और 14.76 प्रतिशत सवाल उन्होंने पूछे हैं।
डिबेट में कितना शामिल हुए मलूक नागर
पार्लियामेंट्री बिजनेस ने अपनी रिसर्च में पाया है कि सांसद जी सदन में उपस्थिति के मामले में भले ही काफी अच्छे हों लेकिन वे सदन में रहने के बावजूद डिबेट में कुछ खास शामिल नहीं हुए हैं। डिबेट और अदर बिजनेस में मलूक नागर 40 बार ही शामिल हुए हैं जबकि, उनके पास 334 मौके रहे हैं। यानी वे 11.98 परसेंट ही सदन में होने वाली डिबेट का हिस्सा रहे हैं। इसके वें 20वीं रैंक पर हैं। इसके अलावा सांसद जी ने 12 में से कोई भी प्राइवेट बिल पेश नहीं किया है।
नेशनल रैंकिंग में 122वीं रैंक पर
सांसद मलूक नागर ने अपने एमपी फंड के 5 करोड़ में से कुल 1.26 करोड़ रुपए खर्च किए हैं जबकि 2.53 करोड़ रुपए संसदीय क्षेत्र का कामों के लिए रिकमांड किए गए हैं। यानी उन्होंने 25.2 प्रतिशत अपना एमपी फंड खर्च किया है। इस मामले में मलूक 129 रैंक पर हैं। वहीं ओवरऑल नेशनल रैंकिंग की बात करें तो सांसद मलूक नागर 122वीं रैंक पर हैं।
बिजनौर सीट का इतिहास
बिजनौर लोकसभा सीट पर 30 साल बाद बीएसपी परचम लहराने में कामयाब रही है। साल 1989 में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद कोई भी बसपाई बिजनौर लोकसभा सीट पर चुनाव नहीं जीत पाया था। 1989 में मायावती ने बिजनौर से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी। बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर मायावती पहली बार सांसद बनीं थीं। उन्होंने जनता दल के मंगलराम प्रेमी को चुनाव में मात दी थी।
करोड़पति सांसद हैं मलूक नागर
सांसद मलूक नागर साल 2014 में भी बीएसपी के टिकट पर बिजनौर सीट से लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे। 2019 में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन सीट पर गुर्जर-दलित समीकरण के चलते मलूक नागर को बिजनौर से पुनः टिकट दिया और वे जीत गए। मलूक नागर यूपी के सबसे अमीर सांसदों में से एक हैं। नागर का अपना दूध का बड़ा व्यापार है। बिजनौर सीट से चुनाव लड़ते वक्त खुद मलूक नागर ने अपनी संपत्ति के ब्योरे में बताया था कि उनके पास चल संपत्ति 108 करोड़ रुपए के आसपास है।
मायावती के करीबी हैं मलूक नागर
मलूक नागर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के करीबी माने जाते हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कई उम्मीदवारों को पछाड़ते हुए बिजनौर से बसपा को टिकट हासिल किया था और इसके बाद उन्होंने जीत भी हासिल की थी। यह जीत इसलिए भी खास थी, क्योंकि मोदी लहर में बीएसपी और एसपी गठबंधन कुछ खास नहीं कर पाया था।