वैश्विक महामारी के चलते मार्च में लॉकडाउन का ऐलान किया गया। इस दौरान सभी व्यवसाय और गतिविधियों को ठप्प कर दिया गया। जिसका गहरा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। लिहाजा अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए चरणबद्ध तरीके से सभी गतिविधियों को खोलने की शुरूआत हुई और इसके तहत जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई। अनलॉक-1, 2 और 3 में कई गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है। अब 1 सितंबर से अनलॉक-4 का आगाज होना है। माना जा रहा है कि अनलॉक-4 में सरकार पांच महीने से बंद पड़ी दिल्ली मेट्रो को एक बार फिर शुरू कर सकती है। हालांकि हर बार ही ऐसे कयास लगाए जाते हैं लेकिन दिल्ली वालों के लिए ही दिल्ली दूर नजर आती है। बता दें, दिल्ली में हर रोज 60 लाख लोग मेट्रो से सफर करते है। आप कह सकते हैं कि मेट्रो दिल्ली वासियों की लाइफलाइन बन चुकी है। ऐसे में मेट्रो बंद होने से लोगों का जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
मेट्रो को खोलने की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय स्थानीय सरकारों, मेट्रो रेल निगमों और सुरक्षा एजेंसियों के परामर्श से अभी भी तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है। गृह मंत्रालय द्वारा मेट्रो रेल सेवा को फिर से शुरू करने में कॉन्टेक्ट लेस टेस्टिंग, स्टेशन पर औसत ठहराव में बढ़ोतरी, भीड़ नियंत्रण और सामाजिक गड़बड़ी के लिए सभी लाइनों में चिह्नों को शामिल किए जाने की संभावना है। इसके अलावा फ्रेश हवा की आपूर्ति के लिए एयर-कंडिशनर में ऑवरहॉल लगाए जाने की बात की जा रही है।"
कॉन्टेक्ट लेस टिकटिंग सिस्टम
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेट्रो सेवाएं, जो 22 मार्च से बंद हो गई हैं, कम आवृत्ति और सीमित क्षमता के साथ फिर से शुरू की गई ट्रेन और उड़ान सेवाओं के समान, एक कैलिब्रेटेड तरीके से शुरू की सकती हैं। अब मेट्रो में शायद टोकन नहीं चलेंगे और केंद्र सरकार कॉन्टेक्ट लेस टिकटिंग सिस्टम पर विचार कर रही है। वहीं सूत्रों का कहना है कि मेट्रो को कैसे चलाना है और उनकी टाइमिंग को किस तरह नियंत्रित किया जाएगा ये राज्य सरकारें तय कर सकती हैं। वहीं मेट्रो को चलाने का अंतिम निर्णय राज्यों के पास है। यानी राज्य सरकार चाहे तो मेट्रो सेवा एक बार फिर शुरू कर सकती है।
दिल्ली सरकार की मांग
उधर, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार से मेट्रो सेवा शुरू करने की मांग की है। रविवार को ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि "दिल्ली के लोग हमसे मेट्रो सेवा शुरू करने का अनुरोध कर रहे हैं। हमने कई मौकों पर इसे केंद्र सरकार के साथ उठाया है। हमने केंद्र से दिल्ली में मेट्रो सेवाओं को फिर से शुरू करने की संभावना तलाशने का आग्रह किया है, इसे अब अन्य राज्यों में प्रतिबंधित कर दिया गया है। लेकिन दिल्ली की बात अलग है यहां अब स्थिति नियंत्रण में है।"
मिल सकती है बार्स को खोलने की अनुमति
बताया जा रहा है कि सितंबर में भी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। वहीं आईआईटी और आईआईएम को एक बार फिर से खोलने की बात चल रही है। अधिकारियों की माने तो अनलॉक 4 में जारी किए गए दिशा-निर्देशो में बार्स को खोलने की अनुमति भी दी जा सकती है लेकिन उन पर शराब ले जाने और वहीं बैठ कर पिलाने जैसी सेवाओं को सीमित रखा जा सकता है। इसके अलावा सिनेमाघर और ऑडिटोरियम्स को गृह मंत्रालय इस बार भी बंद रखना चाहता है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, अगर सिनेमाघर खोल दिए जाए लेकिन सोशल डिस्टेंशिंग जैसे दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए सिर्फ 25 से 30 प्रतिशत काम ही हो तो वो फायदेमंद नहीं है।